पहाड़ी कविता/नवीन हलदूणवी
पहाड़ी कविता माड़ा मोट्टा माप्पी जा , हौल़ैं — हौल़ैं छाप्पी जा । फुल्ल बगान्ना भोरी जी ,...
Read MorePosted by bharatkakhajana | Jan 9, 2019 | पहाड़ी कविता |
पहाड़ी कविता माड़ा मोट्टा माप्पी जा , हौल़ैं — हौल़ैं छाप्पी जा । फुल्ल बगान्ना भोरी जी ,...
Read MorePosted by bharatkakhajana | Jan 9, 2019 | Miscellaneous |
उतर आता है चेहरे पर आख़िर उतर आता है। लाख छिपाओ छिप नहीं पाता है।। ग़म हो या हो ख़ुशी दोनों मेहमान...
Read MorePosted by bharatkakhajana | Jan 7, 2019 | कविताएं |
सवक बिन कहे कई आज अफसाने बन गये कही बातें कुछ हमारी ताने बन गये किसकी सोच से किसके ख्याल बन गये...
Read MorePosted by bharatkakhajana | Jan 6, 2019 | पर्यटन स्थल |
खज्जियार झील मनमोहक पर्यटन स्थल खज्जियार – भारत का स्विट्जरलैंड। यह हिमाचल प्रदेश के जिला...
Read MorePosted by bharatkakhajana | Jan 6, 2019 | कविताएं |
देते है साथ लोग दैते है साथ लोग जब दुरीया नजदीकिया बन जाती है धीरे धीरे हम सब भूल जाते है और सारे...
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