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मालूम है वफा तेरी
जता नहीं सकता..|
शब्दों से परे है चाहत
बता नहीं सकता..|
दिल तुममें बसता है
कहीं लगा नहीं सकता..|
सासें तुमसे चलती मेरी
तुम्हें भुला नहीं सकता..|
तेरे दर्द से पीड़ा होती मुझे
तुम्हें सता नहीं सकता..|
तेरी मुसकुराहट सकून है मेरा
तुम्हें रूला नहीं सकता..|
तुम बिन अधूरा हूँ
वगैर तुम्हारे ज़िंदगी,
बिता नहीं सकता…||
~~〽~~उत्तम सूर्यवंशी
किहार चंबा हिमाचल
मो. न. 8629082280
Good
जो दिल की चाहत है
किसी को बता नही सकता
वाह…. बहुत खूब…