तन्हा सफ़र??
तुम बदले हम भी बदल गये।
क्या बुरा गिरे सम्हल गये ।।
अब अदाओं में वो रानाई कहाँ ।
बाजार है खोटे सिक्के चल गये ।।
बंद हैं सबके दरीचे बंद रहें ।
बावरे गीत गाते निकल गये ।।
दोष रब को दे रहे नादान सब ।
खुद जुवारी हाथ खाली मल गये ।।
तन्हा सफ़र ज़िंदगी का है अनिल ।
जो मिले ख्वाब को भी छल गये ।।
? सुप्रभातम्?
? पं अनिल?
अहमदनगर महाराष्ट्र
8968361211न्हा सफ़र??
तुम बदले हम भी बदल गये।
क्या बुरा गिरे सम्हल गये ।।
अब अदाओं में वो रानाई कहाँ ।
बाजार है खोटे सिक्के चल गये ।।
बंद हैं सबके दरीचे बंद रहें ।
बावरे गीत गाते निकल गये ।।
दोष रब को दे रहे नादान सब ।
खुद जुवारी हाथ खाली मल गये ।।
तन्हा सफ़र ज़िंदगी का है अनिल ।
जो मिले ख्वाब को भी छल गये ।।
? सुप्रभातम्?
? पं अनिल?
अहमदनगर महाराष्ट्र
8968361211