इश्क़ करिये ??
अजब दस्तूर है जमाने का ।
गिरा देने का फ़िर उठाने का ।।
दस्तख़त हैं खुदा के हम बंदे ।
हक़ है हमें मुस्कुराने का ।।
सूखा दिल हों नहीं सूखे लब ।
बहुत मज़ा है भीग जाने का ।।
उनको हक़ है रूठा करें वो ।
आप रखिये हुनर मनाने का ।।
इश्क़ करिये अनिल ज़रूरी है ।
जिगर रखियेगा डूब जाने का ।।
? सुप्रभातम् ?
? पं अनिल ?
अहमदनगर महाराष्ट्र
? 8968361211
बहुत खूब…